02-11-15

02-11-15 प्रातः मुरली ओम् शान्ति “बापदादा” मधुबन “मीठे बच्चे – आत्मा को सतोप्रधान बनाने का फुरना (फिक्र) रखो, कोई भी खामी (कमी) रह न जाए, माया गफ़लत न करा दे”   प्रश्न: तुम बच्चों के मुख से कौन से शुभ बोल सदा निकलने चाहिए? उत्तर: सदा मुख से यही शुभ बोल बोलो कि हम नर से … Continue reading 02-11-15